हुसन हाजिर है इश्क़ की सजा पाने को
तरस गयी हूँ में उनसे नजरें मिलाने को
ज़िंदा हु तो मिलने का तस्सवुर भी नही करते
मरते ही वो आ जायेंगे हमारी कबर पर फूल चढाने को
Download hindi Shayari App - https://goo.gl/2mYSda
तरस गयी हूँ में उनसे नजरें मिलाने को
ज़िंदा हु तो मिलने का तस्सवुर भी नही करते
मरते ही वो आ जायेंगे हमारी कबर पर फूल चढाने को
Download hindi Shayari App - https://goo.gl/2mYSda
No comments:
Post a Comment